Wednesday 4 November 2015

डायन (वेदप्रकाश शर्मा)

Dayan by Ved Prakash Sharma
डायन ...एक औरत के पति की मृत्यु हो गई। उसकी बुद्धि भ्रष्ट हुई तो पति को जिंदा करने के लिए दूसरों के बच्चांे की बलि देने लगी। पर उसे मालूम नहीं था कि किसी की आंखें सपनों में उसकी करतूतें देख रही हैं। फिर सपने देखने वाले और उस औरत के बीच जंग शुरु हुई, मगर वे तो सिर्फ बहाना थे, असली जंग तो माता दुर्गा और डायन के बीच थी और जब मां जगदम्बा अपने रौद्र रूप में आईं तो काली शक्तियों के चेहरे सफेद पड़ गए।

डायन-२ में एक ऐसे माँ की कहानी लेकर आया है
जिसके पास शरीर नहीं था । जो भावनाओं के भवर में बह रही थी और जिसे पारलौकिक दुनिया
की दुष्टात्माओं से टकराना था ।


डाउनलोड करें- डायन भाग 1

डाउनलोड करें- डायन भाग 2

3 comments:

  1. Thanks for uploading. Please try to upload more novels of Ved Prakash Sharma, Surendra Mohan Pathak Inbe Safi and Parshu Ram Sharma.

    vikramdewan05@gmail.com

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  2. Thanks JaiDeep ji
    Please try to upload *Vijay-Vikas Series* novels
    Thanks again

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  3. Thanks for the Dayan.
    Could you please upload the novel Insaf ka Suraj by ved prakash sharma.

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